Yama, Kubera along with the guardians of your four quarters; poets and Students – none can Convey Your glory. जपत निरन्तर हनुमत बीरा ॥२५॥ सङ्कट तें हनुमान छुड़ावै । भावार्थ – आपने वानर राज सुग्रीव का महान् उपकार किया तथा उन्हें भगवान् श्री राम से मिलाकर [बालि वध के उपरान्त] https://charlesi174llk0.angelinsblog.com/profile